राजभवन के निर्देश पर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एन. के. झा ने आज विभिन्न विभागों में पदस्थापित 133 अतिथि व्याख्याताओं को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। विश्वविद्यालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पूर्व प्रभारी कुलपति प्रोफेसर नीलाबुंज वर्मा के कार्यकाल में बिना विज्ञापन के उक्त 133 अतिथि व्याख्याताओं की हुई नियुक्ति की शिकायत राजभवन से कुछ लोगों ने की थी और वहां से इस मामले की जांच के लिए न्यायाधीश अखिलेश चंद्रा के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई गई थी।
जांच कमेटी ने उक्त शिकायतो को सही पाते हुए अपनी रिपोर्ट राजभवन को सौंप दिए जाने के बाद वहां से आये निर्देश के बावत विश्वविद्यालय के कुलपति ने आज विभिन्न विभागों में कार्यरत 133 व्याख्याताओं की सेवा समाप्त करने की कार्रवाई की है। सूत्रों ने बताया कि नियमों के विरुद्ध पूर्व प्रभारी कुलपति प्रो. वर्मा द्वारा 17 संविदाकर्मियों की सेवा स्थायी किये जाने के मामले में भी राजभवन गंभीर है और शीध्र उन स्थायीकर्मियो को हटाने की कार्रवाई की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि पूर्व कुलपति प्रो. नीलाबुंज वर्मा को केवल दैनिक कार्य के लिए प्रभारी कुलपति बनाया गया था, लेकिन उनके द्वारा नियमों के विरुद्ध कुछ काम किये जाने के बाद विश्वविद्यालय के सिंडिकेट और कुछ लोगों ने इसकी शिकायत राजभवन से की थी। तत्पश्चात राजभवन के कड़े निर्देश पर आज हुई इस कार्रवाई के बाद अब पूर्व प्रभारी कुलपति प्रो. वर्मा और पूर्व कुलसचिव के विरुद्ध भी कार्रवाई तय मानी जा रही है।