प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में 17 जून को आयोजित होने वाली नीति आयोग बैठक में शामिल दिल्ली होने पहुंची प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तुष्टीकरण के मुद्दे पर दो टूक जवाब दिया है. ममता ने कहा कि वे न तो हिंदुओं के दोस्त हैं और न ही मुसलमानों के हितैषी हैं. साथ ही उन्होंने पूछा कि मुझ पर तुष्टीकरण का आरोप लगाने वालों से पूछना चाहती हूं कि क्या हिंदुओं से प्यार करने का मतलब मुसलमानों से नफरत करना है?
नौकरशाही डेस्क
ममता ने कहा कि कुछ लोग मुझ पर मुसलमानों के तुष्टीकरण का आरोप लगाते हैं. मैं सभी समुदायों और धर्मों का सम्मान करती हूं और उनसे प्यार करती हूं. देश हर किसी का है. जो लोग यह कहते हैं कि मैं मुसलमानों का तुष्टीकरण करती हूं, वे न तो हिंदुओं के मित्र हैं और न ही मुसलमानों के मित्र हैं. भाजपा और कुछ अन्य संगठन आरोप लगाते रहे हैं कि ममता राजनीतिक फायदे के लिए मुसलमानों का तुष्टीकरण कर रही हैं.