राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने महागठबंधन से पाला बदलकर भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार को मौकापरस्त नेता करार दिया और कहा कि उन्होंने तो नीतीश को शिव की तरह आर्शीवाद दिया था, लेकिन वह भष्मासुर निकले।
चारा घोटाले के मामले में अदालत में पेशी के बाद श्री यादव ने रांची में संवाददाताओं से बातचीत में महागठबंधन के पूर्व साथी रहे नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि नीतीश कुमार ने राज्य की जनता के साथ विश्वासघात किया है। बिहार की जनता ने महगठबंधन को जनमत दिया था, जिसका अपमान नीतीश कुमार ने किया है। यह राज्य की करोड़ों जनता के साथ धोखा है। हमने तो नीतीश को भगवान शिव की तरह आर्शीवाद दिया था लेकिन वह भष्मासुर निकले।
राजद अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार ने भाजपा से रिश्ते तोड़ने के बाद कहा था कि मिट्टी में मिल जायेंगे लेकिन भाजपा के साथ नहीं जायेंगे, लेकिन आज एक बार फिर वह भाजपा की गोद में बैठ गये हैं। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डीएनए में दोष बताया था लेकिन आज वह उन्ही मोदी के साथ हो गये। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा और नीतीश कुमार ने मिलकर यह चक्रव्यूह रचा है। भाजपा के साथ हाथ मिलाने से यह साफ हो गया कि साम्प्रदायिकता का विरोध नीतीश का महज ढोंग भर है। उन्होंने कहा, “तेजस्वी तो बहाना था नीतीश को भाजपा की गोद में जाना था।”