उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने चिराग पासवान को बड़े भाई संबोधित करते हुए ललकारा और कहा कि है केंद्र की सरकार के पास जिगर है तो बिहार में राष्ट्रपति शासन लगवा दो.
तेजस्वी ने चिराग पासवान के उस बयान पर जोरदार प्रहार किया है जिसमें चिराग ने मांग की थी कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए. चिराग ने यह बयान गैंग्स्टर बृजनाथी सिंह की हत्या के बाद दिया था. बृजनाथी एलजेपी के नेता थे.
इतना ही नहीं तेजस्वी ने लोजपा सांसद चिराग पासवान को ललकारते हुए कहा कि बड़े भाई आरएसएस की धारा से प्रभावित होकर कहते है कि वो दलित राजनीति में विश्वास नही करते है। बड़े भाई फिर आप और आपका पूरा
परिवार आरक्षित सीटों से ही चुनाव क्यों लड़ता है? अगर आप अपनी बात पर काबिज है तो घोषणा कीजिए कि अगला चुनाव जमुई से न लड़कर अनारक्षित सीट से लड़ेंगे।
बिहार से आपके गठबन्धन के 31 सांसद एवं 7 केंद्रीय मंत्री है। अगर आपके तर्क में दम और केंद्र सरकार में जिगर है तो राष्ट्रपति शासन लगवा दो, किसने रोका है’?
तेजस्वी ने फेसबुक पेज पर लिखा ‘बड़े भाई चिराग पासवान बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग करते है, अरे भाई केंद्र में आपकी पूर्ण बहुमत की सरकार है, बिहार से आपके गठबन्धन के 31 सांसद एवं 7 केंद्रीय मंत्री है। अगर आपके तर्क में दम और केंद्र सरकार में जिगर है तो राष्ट्रपति शासन लगवा दो, किसने रोका है’?
तेजस्वी ने आग लिखा ‘अगर आप ऐसा नहीं करवा पाये तो ये अपरिपक्व बयान ही साबित होगा। जो की अत्यंत खेदजनक बात होगी’।
अपनी पार्टी से निकालें अपराधियों को
हाल ही में मेरे क्षेत्र के पूर्व में चुनाव लड़ चुके एक प्रमुख व्यक्ति की आपसी गैंगवार में हत्या कर दी गई जिन पर बकौल पुलिस 20 से ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज थे उसपर बड़े भाई कहते है कि मैं उनके घर क्यों नही गया, अरे भाई मैं अपराधिक छवि के किसी भी व्यक्ति को सपोर्ट नही करता फिर चाहे वो मेरे घर का हो या पार्टी का। मैं तो राजनीती से अपराधीकरण के खात्मे का पूर्ण समर्थक हूँ और उस दिशा में काम भी कर रहा हूँ, हाँ अभी अपेक्षित परिणाम आने में थोडा समय लगेगा। बड़े भाई भी नौजवान है उनको बल्कि इस मुहीम में मेरा सहयोग करना चाहिए, और उनकी पार्टी में जितने भी अपराधिक छवि के नेता है उनको बाहर करना चाहिए।
तेजस्वी ने कहा कि सभी युवा नेताओं को अपनी ऊर्जा, प्रतिभा अथवा समय का सदुपयोग बिहार के विकास एवं बेहतरी के लिए करना चाहिए ना कि अनर्गल बयानबाज़ी में।