तेजस्वी यादव ने भाजपा के बाढ़ राहत चेक घोटाले को उजागर करते हुए भाजपा नेताओं की खिल्ली उड़ाई है और इसे एक बड़ा फ्रॉड बताते हुए पार्टी भक्तों से सच्चाई बताने को कहा है.
उन्होंने मुम्बई भाजपा की तरफ से बिहार के बाढ़ पीड़ितों के लिए जारी एक ऐसे चेक की फोटो सार्वजनिक की है जिस पर दी जाने वाली राशि शब्दों में एक करोड़ बीस लाख रुपये लिखा है, जबकि उसी चेक पर अंक में 12500,000 रुपये ( एक करोड़ पच्चीस लाख रुपये) अंकित है.
गौरतलब है कि यह चेक एक समारोह में मुम्बई भाजपा के अध्यक्ष ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह व बिहार भाजपा के अध्यक्ष मंगल पांडेय को 16 सितम्बर को सौंपा. यह चेक बिहार भाजपा के अकाउंट में पे किया जाना है, ताकि उसे बाढ़ पीड़ितों को राहत दी जा सके.
लेकिन बैंकों से लेन करने वाले एक आम आदमी को भी पता है कि ऐसे चेक जिस पर अंक और शब्दों में लिखे रुपये में समानता ना हो, उसे बैंक रद्द कर देता है. यह सवाल यह है कि चेक पर रकम, हस्ताक्षर या डेट आदि दर्ज करने में काफी सावधानी बरती जाती है.
ऐसे हालत में तो और सावधानी बरती जाती है जिसे सार्वजनिक मंचों पर किसी को भेंट किया जाना है. लेकिन यह चेक जो चेक सामान्य आकार से कई गुणा बड़ा है उस पर ऐसी गलती का होना भाजपा की खिल्ली उड़ाने के लिए काफी है.
इस चोक की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजस्वी यादव ने शेयर की है. उन्होंने लिखा है-
देखिए, ये भाजपाई कितना बड़ा फ़्रॉड करते है। बिहार बाढ़ पीड़ितों के नाम पर मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष ने बिहार के भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय , बिहार के मंत्री, विधायक और केंद्रिय मंत्री गिरिराज सिंह को सहायता राशि का चेक दिया। चेक पर अंकों में लिखी राशि (1,25,00,000) और शब्दों में लिखी राशि( एक करोड़ बीस लाख) में अंतर है।
सब हँस रहे है, सब पढ़े-लिखे होशियार है। भाजपा हैं यहाँ सबके सब प्रकार के गुनाह माफ़ है।