बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सह नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए पूछा कि मुज़फ़्फ़रपुर बलात्कार कांड जैसे अमानवीय कृत्य एवं सत्ता संरक्षित, समर्थित और संपोषित संस्थागत जन बलात्कार जैसे संवेदनशील मुद्दे पर एक मुख्यमंत्री का हंसी-ठिठोली के साथ प्रेस कांफ्रेंस करना क्या शोभा देता है? बता दें कि आज सुबह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोक संवाद कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपने खिलाफ हुए धरने पर भी तंज कसा था और कहा था कि हाथ में कैंडल लेकर बैठने वाले लोगों की कैसी-कैसी तस्वीरें सामने आयी हैं, यह बात कोई भूल नहीं सकता.
नौकरशाही डेस्क
इस पर तेजस्वी ने पलटवार करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा – ‘मुज़फ़्फ़रपुर बलात्कार कांड जैसे अमानवीय कृत्य एवं सता संरक्षित, समर्थित और संपोषित संस्थागत जन बलात्कार जैसे संवेदनशील मुद्दे पर एक मुख्यमंत्री का हँसी-ठिठोली के साथ प्रेस कांफ्रेंस करना क्या शोभा देता है? नैतिकता के धनी व अंतरात्मा पुरुष श्री नीतीश जी इस पर अपना मंतव्य दें?’
एक अन्य ट्विट में तेजस्वी ने नीतीश कुमार का मुंह खुलवाने की बात पर लिखा कि ‘चाचा, बड़ी लंबी चुप्पी खींच रहे थे। अभी देखते रहिए, आप अंतरात्मा भी जगायेंगे। एक चेहरे में छिपे अनेकों चेहरों को एक-एक करके जनता के सामने रखूँगा।‘ उन्होंने लिखा कि सालों से इनकी नाक के नीचे बालिका गृहों मे मासूम बच्चियों से बलात्कार किया जा रहा है. लेकिन नीतीश जी मीडिया को कहते है पॉज़िटिव दिखाइए. 40 निर्भया के साथ संस्थागत बलात्कार हुआ. कहते है पॉज़िटिव दिखाइ. स्पष्ट तौर पर इनके ख़ासमख़ास नेता और अधिकारी संलिप्त है लेकिन पॉज़िटिव दिखाइए.