पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने राज्य की नीतीश सरकार पर सलाहकार पद के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुये आज कहा कि केवल पथ निर्माण विभाग के सलाहकार की दादागिरी के कारण ही प्रदेश में स्वीकृत 90 रोड ओवरब्रिज (आरओबी) का काम रुका हुआ है।
पीसी में सुशील मोदी ने मढ़े आरोप
श्री मोदी ने पटना में पत्रकारों से कहा कि बिहार में पथ निर्माण विभाग के सलाहकार ने रेलवे अधिकारियों को धमकी दी है कि जबतक छपरा लोकसभा क्षेत्र और वैशाली जिले के लिए स्वीकृत छह आरओबी को मंजूरी नहीं दी जाएगी, तबतक शेष अन्य आरओबी का काम नहीं होगा। भाजपा नेता ने कहा कि सलाहकार को मिले राजनीतिक संरक्षण का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने साफ कर दिया कि यदि इन छह आरओबी को मंजूर नहीं किया गया तो कॉस्ट शेयरिंग आधारित शेष आररोबी पर पुनर्विचार किया जाएगा। वहीं, आरओबी के कोष निर्गत करने के लिए मंत्रिमंडल से स्वीकृति की प्रक्रिया भी शुरू नहीं की जाएगी और इस स्थिति में इस मुद्दे पर रेलवे के साथ कोई बैठक नहीं की जाएगी।
तेजस्वी ने नकारात्मक राजनीति का आरोप लगाया
उधर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने श्री मोदी के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि वे तथ्यहीन और नकारात्मक आरोपों के माध्यम से खबरों में बना रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता को बिहार सरकार के विकास कार्यों में कोई रुचि नहीं है। प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री बिहार सरकार के कार्यों की तारीफ करते हैं तो उन्हें पच नहीं रहा है। तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए सरकार में पथ निर्माण विभाग भाजपा के पास ही था, तब क्यों नहीं आरओबी के निर्माण करवाए गए।