महागठबंधन से अलग होने के बाद आज पहले जन संवाद कार्यक्रम नीतीश कुमार के उस बयान पर पूर्व उपमुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव ने हमला बोला है, जिसमें उन्होंने कहा कि मैं गांधी जी को मानता हूं. मीडिया के खिलाफ कुछ नहीं बोलूंगा. नीतीश कुमार केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू के नहीं शामिल होने पर बोल रहे थे. जिस पर तेजस्वी ने सोशल मीडिया के जरिये हमला बोला और अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा कि नीतीश जी करबद्ध प्रार्थना है कम से कम गांधी जी को अपनी U-Turn और अनैतिक पॉलिटिक्स का हिस्सा मत बनाइये. अब आप गांधी जी के हत्यारों के साथ है.
नौकरशाही डेस्क
तेजस्वी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि नीतीश जी आप गांधी और लोहिया जैसे महापुरुषों की ओट में अपने अनैतिक निर्णय नहीं छुपा सकते. पूरा देश आपकी घोर अवसरवादिता से परिचित हो चुका है. बिहार की विवेकशील जनता जानती है, बिहार का सबसे बड़ा सामाजिक व नैतिक भ्रष्टाचार का भीष्म पितामह कौन है? किसी से पूछिए, आपका नाम ज़ुबान पर होगा.
उन्होंने आगे लिखा कि नीतीश जी आपकी ज़ुबान पर कुछ होता है, दिमाग़ में कुछ और. दिल में कुछ और एवं पेट में कुछ और. आपको आईना दिखाने वाले साथी अब मिले है. इससे पहले तेजस्वी ने भागलपुर सृजन घोटाला मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरते हुए 10 सिंतबर को एक बड़ी सभा करने का एलान किया है. तेजस्वी ने लिखा है कि नीतीश जी की सरपरस्ती में घोटालों की जन्मस्थली बनी भागलपुर के सबौर में सृजन के दुर्जनों के विरुद्ध 10 सितंबर को बड़ी जनसभा. सृजन घोटाले के 4 और आरोपियों की तबियत बिगाड़ दी गई है. प्रशासन इनको भी ठिकाने लगाने के रास्ते पर।इसपर बोलिए नीतीश जी?