पूर्व उपमुख्यमंत्री सह राजद के युवा नेता तेजस्वी यादव ने राजधानी पटना स्थित आसरा शेल्टर होम से दो और लड़कियों के गायब होने और एक की मौत पर नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला. इसके अलावा उन्होंने पुलिस और समाज कल्याण विभाग पर लड़कियों के शोषण व तस्करी का कांट्रैक्ट लेने का भी आरोप लगाया.
नौकरशाही डेस्क
तेजस्वी ने अपने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा कि पटना के कुख्यात आसरा शेल्टर होम से दो और लड़कियाँ ग़ायब. एक की मौत. सुरक्षा बंदोबस्त के बाद कैसे गायब हुई? प्रतीत होता है बेलगाम पुलिस और समाज कल्याण विभाग ने लड़कियों के शोषण और तस्करी का कांट्रैक्ट लिया हुआ है. चंद दिन पूर्व इसी आसरा गृह की दो युवतियों की संदिग्ध मौत हुई थी.
उन्होंने अपने अगले ट्विट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नैतिक बल विहीन बताते हुए कहा कि पटना के आसरा गृह कांड में 5 बड़े रंगीन अधिकारी संलिप्त है. नीतीश जी में नैतिक बल नहीं कि लड़कियों की ईज़्ज़त से खिलवाड़ करने वाले ऐसे नैतिक भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त कर सकें. अगर उन्होंने ऐसे किया तो ये अधिकारी इनका काला चिट्ठा खोल दुशासनी कुर्सी गंगा में फेंक देंगे. उन्होंने आगे लिखा कि मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह और पटना के आसरा गृह संचालको और आरोपियों के तार आपस में जुड़े हुए है. इसमें CM के अनेक पसंदीदा अधिकारी और सफ़ेदपोश सम्मिलित है. यह सत्ता संपोषित संगठित सेक्स रैकेट है. नीतीश जी द्वारा इन NGOs को बिना जाँच-पड़ताल के सरकारी खजाने से करोड़ों लुटाया गया है.
अंत में तेजस्वी ने लिखा – ‘आदरणीय नीतीश जी, बिहार में सरकारी संरक्षण में चहुँओर बच्चियों की ईज्जत लूटी जा रही है और आप है की सीटों का बंटवारा-बंटवारा खेलने में मस्त और व्यस्त है. नेता प्रतिपक्ष नहीं बल्कि उन बहनों के भाई के नाते हाथ जोड़कर विनम्र आग्रह कर रहा हूँ, कृपया बिहार की बेटियों को बचा लीजिये. बता दें कि बिहार में पिछले दिनों महिलाओं बढ़े हमले के खिलाफ लगातार राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाते रहे हैं. मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में भी तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्ष ने सरकार पर गहरा दवाब बनाया था, जिसके बाद सरकार मामले की जांच सीबीआई से कराने का आदेश दिया था.