बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आज भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत दुनिया का एकलौता ऐसा देश है, जिसके ख़ज़ांची RBI को यह नहीं पता कि सर्कुलेशन में कितने नोट हैं और ख़ज़ाने में जमा कितने ? फिर भी ईमानदार !
नौकरशाही डेस्क
इससे पहले भी तेजस्वी ने 17 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष RBI द्वारा बड़े डिफॉल्टर्स का नाम सार्वजनिक नहीं करने पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार के स्कैम मास्टरों ने सरकार को ही लूट लिया, लेकिन वे फिर भी उनकी रक्षा करेंगे. क्यों ? क्योंकि ईमानदार और विपक्ष को दोष देने में सरकार व्यस्त है.
गौरतलब है कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए की RBI ने कहा गया था कि भारतीय रिजर्व बैंक ऋण के बड़े बकाएदारों की पहचान को सार्वजनिक नहीं कर सकता, क्योंकि इस तरह की प्रकटीकरण कारोबार को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है. इन डिफॉल्टर्स के नाम सार्वजनिक करने के फैसले के लिए कई कानून हैं, जो तय करते हैं कि क्या सार्वजनिक करना है क्या नहीं. वहीं, इस मामले में मुख्य न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर की अध्यक्षता वाली पीठ ने एक हलफनामे दर्ज करने और चार सप्ताह के बाद मामले की सुनवाई करने को कहा है.