पूर्व उपमुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद का एक प्रतिनिधिमंडल ने आज बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात कर बिहार में दलितों पर बढ़ते अत्याचार, बिगड़ती क़ानून व्यवस्था और दिन-प्रतिदिन हो रहे घोटालों को लेकर महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर ज़ुल्मी नीतीश सरकार को बर्खास्त करने की मांग की. प्रतिनिधि मंडल में शिवानंद तिवारी, पूर्व कला संस्कृति मंत्री शिवचंद्र राम, शक्ति यादव आदि नेता शामिल थे.
नौकरशाही डेस्क
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बता दें कि कुछ इन्हीं मांगों को लेकर जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने मंगलवार को महामहिम राज्यपाल मुलाकात कर बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी. इस संबंध में सांसद ने एक ज्ञापन भी सौंपा था और कहा था कि चुनावी जनादेश के खिलाफ गठित अलोकतांत्रिक सरकार से आम जनों का भरोसा उठ गया है. सांसद ने नंदन गांव, कैमूर, नवगछिया की घटना का न्यायिक जांच, दलितों पर बढ़ते अपराध को रोकने के लिए टास्क फोर्स, नियोजित शिक्षकों को नियमित वेतनमान, संविदाकर्मियों को समान काम के लिए समान वेतन, आयुष चिकित्सकों को नियमित वेतनमान, ईंट, गिट्टी, मिट्टी, बालू की दोषपूर्ण नीतियों को खत्म करने, हत्या – बलात्कार जैसी घटनाओं में स्पीडी ट्रायल के जरिये 100 दिनों के आंदर कार्रवाई और शैक्षणिक संस्थानों में सीसीटीवी कैमरा लगाने की मांग की थी ।