अखिल भारतीय युवा तैलिक साहू महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष व बिहार तैलिक साहू सभा के प्रवक्ता मंजीत आनन्द साहू ने झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास पर तेली समाज के मंच से भाजपा का एजेंडा पेश करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास कई राज्यों में तेली समाज के कार्यक्रमों में जाकर तेली हित की बात करने के बजाय भाजपा का एजेंडा पेश करते हैं. गौरतलब है कि रघुवर दास रविवार को तेली समाज के कार्यक्रम में भाग लेने आए थे.
नौकरशाही डेस्क
श्री मंजीत साहू ने कहा कि सीतामढी से विधानसभा चुनाव हार चुके पूर्व मंत्री भाजपा नेता सुनील कुमार पिंटू औऱ भाजपा से निलंबित विधान पार्षद लाल बाबू प्रसाद को उन्हीं की पार्टी भाजपा में लगातार नज़रअंदाज़ किया जा रहा है. ऐसे में वो किस मुंह से बिहार भाजपा में तेली समाज को सम्मान व हक दिलाने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि रघुवर दास और बिहार भाजपा में तेली समाज के नेताओं ने प्रदेश भर में जाकर तेली समाज के नाम पर भीड़ बुलाया किन्तु भाजपा नेताओं को बुलाकर मंच देने से प्रदेश भर के तेली समाज के लोग नाराज हुए हैं. आयोजकों ने कहा थी कि सिर्फ और सिर्फ तेली समाज के अतिथि हिस्सा लेंगे.
श्री साहू ने कहा कि वर्ष 2015 में कांग्रेस – राजद -जदयू की महागठबंधन सरकार ने बिहार में तेली जाति को पिछड़ा वर्ग से अत्यंत पिछड़ा वर्ग में शामिल किया, जिसके बाद से बिहार के तेली समाज के लोगों में महागठबंधन के प्रति झुकाव को देखते हुए बार – बार रघुवर दास को बिहार आना पड़ रहा है. अगर सचमुच रघुवर दास और भाजपा चाहती है कि तेली समाज के साथ – साथ सभी कमज़ोर वर्ग का विकास हो तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मांग करें कि देश भर में कर्पूरी फार्मूला लागू कर पिछड़े वर्ग की सभी कमज़ोर जातियों को अत्यंत पिछड़े की श्रेणी बनाकर अलग करें और उन्हें उनका वाजिब हक प्रदान करें.
तेली समाज से आने वाले रघुवर दास के नाम का इस्तेमाल कर ‘तेली समाज बिहार” का एक नया बैनर बनाकर किसी खास दल के ही नेतागण नन्द किशोर यादव , सुशील मोदी , प्रेम कुमार व अन्य को बुलाना यह स्पष्ट करता है कि यह किसी जातिगत संगठन नहीं बल्कि एक दल विशेष का कार्यक्रम था. आज बिहार भाजपा को यह एहसाह हो गया है कि तेली समाज का एक बड़ा हिस्सा उनके साथ नहीं रहा जिसके कारण उन्हें यह करना पड़ रहा है . उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में जिस मुस्लिम समुदाय को एक भी टिकट नहीं दिया गया, उस मुस्लिम समुदाय से मंत्री बनाया जाता है किंतु एक भी तेली समाज को मंत्री नहीं बनाना टिकट नही देना भाजपा के तेली विरोधी मानसिकता को दर्शाता है.साहू समाज का अखिल भरतीय युवा सभा देश भर में भाजपा के इस तेली विरोधी चेहरे को उजागर करने में लगातार संघर्षरत है जिसे देख भाजपा परेशान है.