दिल्ली पुलिसल ने अगले साल 3 हजार महिलाओं की भर्ती करने का पैसला लिया है. उन्हें एनसीआर के सभी 166 थानों में तैनात किया जायेगा. आखिर क्यों बढ़ती जा रही है महिला पुलिसकर्मियों की जरूरत?
महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर यह एक अहम फैसला माना जा रहा है. पिछले कुछ सालों में दिल्ली में महिलाओं पर अत्याचार की घटनायें बढ़ने की खबरों के बाद दिल्ली पुलिस ने यह फैसला किया है.
यह भी पढ़ें-
मोर्चा पे तैयार बिहार का पहला महिला बटालियन
महिलाओं से जुड़े संवेदनशील मामलों से निपटने के लिए अधिकारी और कांस्टेबल दोनों पदों पर महिलाओं की भर्ती की जाएगी. 16 दिसम्बर को दिल्ली में हुई एक छात्रा के साथ अमानवीय घटना के बाद सरकार और सिटिजन संगठन पर इस बात पर सहमत थे कि महिला पुलिसकर्मियों की संख्या पुलिस बल में बढ़ाा कर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में काफी मदद मिलेगी.
और राजधानी के सभी 166 पुलिस थानों में उनकी तैनाती की जाएगी. देश की पुलिस व्यवस्था में महिलाओं के कम प्रतिनिधित्व पर केंद्र सरकार ने भी कई बार चिंता व्यक्त की है. लेकिन इस फैसले के बाद माना जा रहा है कि दिल्ली में महिला पुलिसकर्मियों के अनुपात में कुछ इजाफा होगा.
एक अधिकारी ने आज तक को बताया कि महिलाओं की भर्ती जारी है. इसके बाद उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा. उम्मीद है कि अगले साल के आखिर तक वे दिल्ली पुलिस में शामिल हो जाएंगी. दिल्ली पुलिस का प्रशासनिक नियंत्रण गृह मंत्रालय के अन्तर्गत आता है.
पिछले साल इसी नीति के तहत हरियाणा में 1500 महिला पुलिसकर्मियों की बहाली की घोषणा की गयी थी.
उधर बिहार सरकार ने पिछले साल बाजाब्ता महिला पुलिस बटालियन की शुरूआत की थी. इसमें 580 महिला पुलिसकर्मियों की भर्ती की गयी थी.