पटना के एसएसपी मनु महाराज अपने कई कारनामों के कारण आम जन में चर्चा का विषय बनते रहे हैं. एक बार वह इसलिए सुर्खियों मे छाये थे कि उन्होंने एक साधारण आदमी बन कर आधी रात को पुलिस से मदद मांगी थी पर पुलिस वाले ने उन पर थप्पड़ उठा लिया था. लेकिन पल भर बाद वह पुलिसकर्मी इसलिए स्सपेंड कर दिया गया कि उसने अपनी ड्युटी में कोताही बरती थी. नौकरशाही न्यूज
लेकिन इस बार मनु महाराज एक ऐसे ही अपने दूसरे अंदाज के लिए चर्चा में है.
गुरुवार की देर रात मनु महाराज अपनी कड़क मूछों की सार्वजनिक पहचान को रुमाल से ढ़क कर बाइक से निकले. बाइक चलाने की जिम्मेदारी खुद ही संभाली. पीछे एक जवान को बिठाया और निकल पड़े गश्ती दलों की ड्युटी का जायजा लेने. आम तौर पर एसएसपी की गाड़ी को हर गश्तीदल पहचानता है. इसलिए जब वह अपनी सरकारी चारपहिया के बजाये जब बाइक से निकले तो किसी को आभास भी नहीं हुआ.
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जैसे ही मनु कोतवाली थाने के करीब पहुंचे तो उन्होंने पाया कि गश्ती दल का जवान जीप पर सोया खर्राटे भर रहा था. बस क्या था मनु ने पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया.
उसी रात मनु महाराज ने पुलिस की तत्परता की भी परीक्षा लेने की सोची. उन्होंने एक अंजान व्यक्ति को जक्कनपुरा थाना भेजा. उसे सिखाया गया था कि वह थाने में जा कर शिकायत करे कि उसके यहां लूट की घटना हुई है. उस व्यक्ति ने मनुमहाराज के निर्देशों के तहत थाने में शिकायत की. साथ ही पुलिस वाले अनुरोध किया कि वे जल्द घटनास्थल पर पहुंचें. लेकिन 15 मिनट तक स्थानीय पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. बस क्या था, ड्युटी में लापरवाही के आरोप में ओडी पर तैनात दारोगा को सस्पेंड कर दिया.
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