बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष व पूर्व आईपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल ने औपचारिक रूप से धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है.
विनायक विजेता
वह गुरुवार को एक बजे अपने पद से त्याग पत्र देते हुए धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष पद का प्रभार विधि सचिव संजय कुमार को सौप देंगे।
किशोर कुणाल ने पद छोड़े जाने की पुष्टि करतें हुए बताया कि उनपर कई अतिरिक्त कामों का बोझ है जिसके कारण वह इस पद का त्याग कर रहे हैं।
पर सूत्र बताते हैं कि किशोर कुणाल धार्मिक न्यास परिषद के कामों में राजनीतिक हस्तक्षेप से काफी व्यथित थे। ताजा मामला रोहतास जिले के तिलौथू के पइहारी मठ का है जहां एक मठ की जमीन पर एक महंथ ने अवैध कब्जा जमा रखा है।
उस क्षेत्र की जनता के आग्रह पर किशोर कुणाल ने पइहारी जी महाराज के कुछ शिष्यों की एक कमेटी बना रोहतास के जिलाधिकारी व एसपी को पइहारी मठ की जमीन को महंथ के अवैध कब्जे से मुक्त कराने हेतु पत्र लिखा।
ऊंची पहुंच व दबंग छवि वाले महंथ की पहचान कई विधायकों व नेताओं से है जिनके माध्यम से महंथ ने अपने पक्ष में पैरवी करवा अबतक वहां कब्जा जमाए रखा।
हालांकि अध्यक्ष पद छोडे़ जाने का पीछे का कारण पूछे जाने पर किशोर कुणाल ने सिर्फ इतना ही कहा कि वक्त आने पर सब कुछ साफ हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि वह धर्म और अध्यात्म सहित अयोध्या विवाद पर किताब लिख रहे हैं जिसके लिए वक्त चाहिए इन्हीं कारणों से उन्होंने बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला लिया है।