हिंदुत्ववादियों द्वारा सबसे पहले देश के सिंहासन और अब सबसे बड़े सूबे में विजयी पताका लहराने के बाद पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने उनसे दस सवाल पूछे हैं और जानना चाहा है कि हिंदू राष्ट्र आखिर होगा कैसा?
श्री तिवार ने पूछा है कि हिंदू राष्ट्र कैसा होगा ? इसका संचालन कैसे होगा ? मौजूदा भारतीय संविधान तो इसका आधार नहीं हो सकता है। अगर नया संविधान बनेगा तो उसका स्रोत क्या होगा ?
उन्होंने कहा है कि हिंदू समाज की बनावट जाति आधारित है।जातिव्यवस्था का आधार ही ग़ैर बराबरी है। तो क्या हिंदू राष्ट्र का संविधान हिंदू समाज की ग़ैरबराबरी का समर्थन करेगा ? अगर नहीं तो हिंदू समाज की ग़ैरबराबरी को मिटाने के लिए नए संविधान में क्या व्यवस्था होगी ?
श्री तिवारी ने हिंदू राष्ट्र में महिलाओं की हैसियत क्या होगी, यह भी पूछा है ? उनको अपने व्यक्तित्व के विकास के लिए पुरुषों के बराबर अधिकार मिलेगा या उन्हें पुरुषों के अधीन रहना होगा ? हिंदू राष्ट्र में ग़ैर हिंदुओं के साथ कैसा सलूक होगा ? सरकार का गठन कैसे होगा ? वोट से या किसी अन्य तरीक़े से ? वोट तो बराबरी के सिद्धांत पर आधारित है ! सिद्धांत रूप में वोट ग़ैर हिंदुओं को भी बराबरी का अधिकार देता है।जबकि हिंदू राष्ट्रवादी ऐसा नहीं मानते हैं। तो हिंदू राष्ट्र में सरकार बनाने का क्या आधार होगा ?
श्रि तिवारी ने फेसबुक पर लिखे अपने स्टेटस में कहा है कि अभी सम्पन्न विधान सभा के चुनावों के बाद देश को हिंदू देश बनाने की बात करने वालों की ताक़त में काफ़ी बढ़ोत्तरी हुई है। ऐसे में उपरोक्त सवालों का उठना वाजिब है। हम चाहेंगे कि हिंदुत्ववादी दर्शन के जानकार कृपया इनसवालों पर रौशनी डालकर स्थिति को स्पष्ट करेंगे।