मंत्रियों के सामने मुंह खोलने के जोखिम का नतीजा नौकरशाहों को पता होता है. लेकिन यह जानते हुए इस आईपीएस अफसर ने अपने मंत्री से दुश्मनी मोल ली जिसका नतीजा ट्रांस्फर के रूप में सामने आया.
हरियाणा के फतेहाबाद में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ हुई बहस के फतेहाबाद की महिला पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया का स्थानांतरण कर दिया गया है.
उन्हें मानेसर की रिज़र्व बटालियन में तैनात किया गया है.
आखिर कौन हैं संगीता कालिया
संगीता कालिया हरिणा कैडर की 2009 बैच की आईपीएस अफसर हैं. उनके पिता फतेहबाद जिले के एक थाने में पेंटर के रूप में काम करते थे. चकित करने वाली बात यह है कि कालिया उसी जिले की एसपी बन कर आयी थीं. इकोनामिक्स में एमए करने वाली कालिया ने तीसरे प्रयास में सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास की थी और उन्हें आईपीएस मिला था.
वह एक तेज तर्रार आईपीएस अफसर के रूप में बड़ी तेजी से पहचान बना रही थीं. लेकिन मंत्री के सामने उनका बोलना उन्हें महंगा पड़ गया.
कालिया ने आरपो लगाया था कि सरकार के कुछ नेता ही अवैध शराब बेचवाने में लगे हैं. कालिया की यह बात मंत्री को रास नहीं आयी और उन्हें ट्रांस्फर का दंश झेलना पड़ा.