बिहार के वरिष्ठ आईपीए आफिसर अशोक कुमार सेठ मुश्किलों में हैं. उन्हें विभागीय कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.राज्य सरकार ने उनके खिलाफ शिकंजा कस दिया है.
सेठ फिलवक्त अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पद पर हैं. उन पर आरोप है कि उन्होंने बिहटा में बनने वाली मेगा सिटी के काम में रुकावट पैदा की. उन्होंने वहां के किसानों को भड़काया. इतना ही नहीं उन पर यह भी आरोप है कि उन्होंने सरकार की पालिसी के खिलाफ टिप्प्णी भी की.
मालूम हो कि सरकारी पद पर आसीन कर्मी को सरकार की पालिसी के खिलाफ बोलने या आचरण करने की आजादी नहीं है.
सोमवार को गृह विभाग ने उनके खिलाफ विभागीय कार्वाई करने की अनुशंसा की है. आरोप है कि सेठ ने इस साल फरवरी में मेगा सिटी में काम को रुकवाने की कोशिश की और वहां मौजूद अफसरों से भी भिड़ गये. आरोप यह भी है कि उन्होंने दानापुर के तत्कालीन एसडीएम राहुल कुमार के संग भी झगड़ गये.इस मामले में उनके खिलाफ अखिल भारतीय सेवा नियमावली के तहत कार्रवाई होगी. सेठ से कहा गया है कि वह दस दिनों के अंदर कंडक्टिंग अफसर अशोक चौहान के समक्ष पेश हों.
सेठ 1983 बैच के आईपीएस अफसर हैं. एडीजी सिविल डिफेंस कमिशनर की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं.