दंतेवाड़ा के जंगल में लैंडमाइन ब्लास्ट में सीआरपीएफ के 7 जवानों के शहीद होने के दूसरे दिन आला अधिकारियों ने खुलासा किया है कि उसकी गुप्त सूचनायें नक्सलियों तक लीक हो के पहुंची हैं.
सीआरपीएफ के डीजी दुर्गा प्रसाद ने इसकी जांच के लिए एक टीम गठित की है.गौरतलब है कि सीआरपीएफ के जवान एक छोटे ट्रक में जा रहे थे। नक्सलियों ने जिसे लैंडमाइन ब्लास्ट करके उड़ा दिया। सीआरपीएफ के ये जवान दंतेवाड़ा के कैंप से मालेवाड़ा कैंप जा रहे थे। ब्लास्ट जिस इलाके में हुआ है वह कुआकोडा थाने के तहत आता है।
सीआरपीएफ डायरेक्टर जनरल के दुर्गा प्रसाद ने कहा की यह निश्चित है कि उनके अभियान के बारे में कहीं न कहीं से खबर लीक हुई थी। हम इसकी छानबीन में जुटे हैं।
इस घटना के बाद राज्य के गृहमंत्री ने कहा कि नियमों की अनदेखी की वजह से यह घटना हुई सीआरपीएफ ने हालांकि कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए एक समिति बना दी गई है.