एससी – एसटी एक्ट में किये जा रहे बदलाव के विरोध में आज भारत बंद को समर्थन करने राजधानी पटना के सड़कों पर उतरे जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद श्री राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर दलितों-पिछड़ों-अल्पसंख्यकों के अधिकार के साथ छेड़छाड करने का आरोप लगाया। इस दौरान सांसद ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों ने आज तक सिर्फ दलितों और अल्पसंख्यकों की एकता का इस्तेमाल किया है, और आज उन्हीं को उनके अधिकारों से सरकार बेदखल करना चाहती है। ऐसा हम होने नहीं देंगे। सांसद ने कहा कि अपने अधिकारों को लेकर आज पूरा देश सड़क पर है। इसलिए देश की कोई भी सरकार इस ताकत को नजरअंदाज न करें, वरना जल जायेंगे।
सांसद ने केंद्र सरकार के उस स्टेंड की भी आलोचना की, जिसमें मोदी सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की गई है । उन्होंने कहा कि पुनर्विचार याचिका क्यों, सरकार बात – बात में अध्यादेश लाती है। इस मामले में भी सरकार अध्यादेश लाये और पिछड़े वर्गों के अधिकारों से छेड़छाड़ बंद करे। हम सरकार के पूछना चाहते हैं कि पिछले चार सालों में दलितों और बैकवर्ड पर वे सबसे ज्यादा चोट किया जा रहा है। क्यों ? क्यों बार – बार बाबा साहब के संविधान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है?
श्री यादव ने कहा कि हमारी लड़ाई बाबा साहब के संविधान की मूल ताकत को बचाने की है। दलितों कमजोरों की संस्कृति पर हमला को रोकना है। सांसद ने बिना नाम लिए राजद पर भी हमला बोला और कहा कि आज भारत बंद को समर्थन देने का नाटक करने वाले 27 साल से कहां थे। ये वही लोग हैं, जो सालों तक दलितों – अल्पसंख्यकों के नाम पर अपनी राजनीति करते रहे। कभी दलितों का उत्थान और उनके अधिकारों की रक्षा नहीं की। अगर उन्हें इतनी ही चिंता दलितों की थी, तो क्यों नहीं बिहार में दलितों और पिछड़े वर्ग के लोगों को कुर्सी पर बिठाया है। इसलिए वे नाटक बंद करें। अब देश का पिछड़ा वर्ग अपने अधिकारों को लेकर काफी सजग है। इसका गवाह आज भारत बंद है।