अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति में होने वाली कटौती के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे दलित छात्रों पर पुलिस ने लाठी बरसायी, जिसमें दर्जनों छात्र घायल हो गए। इनका इलाज पीएमसीएच में चल रहा है।
भारतीय विद्यार्थी कल्याण संगठन के बैनर तले छात्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। लाठी चार्ज होती ही वहां भगदड़ मच गयी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। वहीं इसकी सूचना मिलने के बाद बीजेपी नेताओं ने घायल छात्रों से मुलाकात करने पीएमसीएच रवाना हो गये हैं। इस लाठीचार्ज में दर्जनों छात्रों के घायल होने की सूचना है। महेंद्रू हॉस्टल पटना से एससी-एसटी छात्रों का संगठन अपनी मांगों के समर्थन में विधानसभा का घेराव करने पहुंचा था।
छात्रों की मांग थी कि एससी-एसी छात्रवृति दी जाये और सभी जिलों में कल्याण छात्रावास का निर्माण हो, प्रमोशन में आरक्षण जैसी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने निकले छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठी बरसायी गयी है। लाठी चार्ज के बाद छात्र इधर-उधर भागने लगे जिसमें कई छात्र बुरी तरह घायल हो गये हैं। सभी छात्रों को पुलिस ने जेपी गोलंबर के पास घंटों तक रोके रखा। पुलिस ने छात्रों से बातचीत की. नहीं मानने के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।