भाजपा के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बिहार सरकार पर सिर्फ 26 दिनों में देशी शराब निर्माताओं को 100 करोड़ रूपये से ज्यादा का अनुचित लाभ देने का आज आरोप लगाते हुए कहा कि दवा के बाद अब शराब घोटाला विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बनेगा। श्री मोदी ने यहां जनता के दरबार में कार्यक्रम के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस वर्ष 16 मई को उत्पाद विभाग ने पॉलिथिन पाउच में देशी शराब की आपूर्ति के लिए एक अल्पकालिक निविदा निकाली जिसमें 200 मिलीलीटर के लिए 2.66 रूपया और 400 एमएल के लिए 4.49 रूपया आधार मूल्य निर्धारित किया गया था।
निविदा की शर्त के अनुसार, देशी शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले रेक्टिफाइड स्पिरिट (आरएस) की आपूर्ति उसके निर्माताओं को ही अपने स्रोत से करना है और इसके लिए उत्पाद विभाग जिम्मेवार नहीं होगा। भाजपा नेता ने कहा कि निविदा की शर्त में इसका उल्लेख नहीं था कि आरएस का दाम बढ़ने पर देशी शराब का मूल्य भी बढ़ाया जायेगा, लेकिन पांच दिसम्बर को उत्पाद विभाग ने निर्माताओं को गलत तरीके से लाभ पहुंचाने के लिए निविदा की अवधि के बीच में ही 200 एमएल का आधार मूल्य 2.66 रूपया से बढ़ाकर 3.045 रूपया तथा 400 एमएल का 4.49 रूपया से बढ़ाकर 5.260 रूपया कर दिया।
श्री मोदी ने कहा कि इस गलत तरीके से मूल्य बढ़ाने के कारण पांच दिसम्बर से 31 दिसम्बर के बीच आपूर्तिकर्ताओं को 100 करोड़ रूपये से ज्यादा का लाभ पहुंचेगा। सरकार ने निविदा की शर्तो से बाहर जाकर गैर कानूनी कार्य किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्लास्टिक बोतल में देशी शराब 17 विभिन्न दरों पर आपूर्ति किये जाने का निर्णय लेकर अगले पांच वर्षो में 341 करोड़ रूपया से ज्यादा का नुकसान किया है। मामला उजागर होने के बाद ही सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है।
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