दहल उठी बिहार की सभी जेलें, एक साथ छापेमारी, कहीं पुलिस के छूटे पसीने, कहीं मचा हड़कम्प
दहल उठी बिहार की सभी जेलें, एक साथ छापेमारी, कहीं पुलिस के छूटे पसीने, कहीं मचा हड़कम्प
ऐसा आम तौर रपर नहीं होता कि एक ही दिन बिहार की तमाम जेलों में छापामारी की जाती हो. लेकिन रविवार का पूरा दिन राज्य भर की जेलों में छापामारी में बीता. यह छापामारी गृह विभाग के प्रधान सचिव के आदेश पर एक साथ की गयी थी. राज्य भर में बढ़ती हत्या, लूट और एक 47 की खेप बरामदगी के बाद मचे कोहराम के बीच यह छापेमारी की गयी.
विवार को बिहार की जेलों में एक साथ छापेमारी हुई. शुरूआत राजधानी पटना से हुई और देखते ही देखते सभी जिलों में स्थित जेल से छापेमारी की खबर आई. इस दौरान कई जेलों से पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा तो कई जेलों से आपत्तिजनक चीजें भी मिली. दरअसल मुख्य सचिव के आदेश के बाद रविवार की सुबह ये छापेमारी एक साथ की गई.
जानकारी के मुताबिक बांका और छपरा में मोबाइल, सिम, गांजा मिला, छपरा मंडल कारा से दो मोबाइल और एक सिम समेत कुछ गांजे की पुड़िया मिली. नवादा और बेगूसराय में मोबाइल, चाकू चिलम, नवादा मंडल कारा में छापामारी के दौरान मोबाइल समेत कई आपत्तिजनक सामान मिले.
वहीं मधुबनी से दीपक कुमार की रिपोर्ट में बताया गया है कि डीएम शीर्षत कपिल अशोक, मधुबनी के नेतृत्व में मंडल कारा,मधुबनी में औचक निरीक्षण के क्रम में सभी वार्डो की सघन तलाशी ली गयी। तलाशी के क्रम में रोजा वार्ड एवं शांतिकुंज वार्ड के परिसर से दो मोबाईल एवं अन्य आपत्तिजनक सामग्री यथा खैनी,गुटखा,गांजा,चीलम आदि बरामद किया गया.
वहीं कटिहार से नौकरशाही डॉट कॉम के रिपोर्टर जमीलुद्दीन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और कारा अधीक्षक के नेतृत्व में सघन जांच अभियान चलाया गया. डीएम ने बताया कि इस छापामारी का उद्देश्य जेलों के अंदर प्रतिबंधित चीजों का पता लगाने के अलावा जेलों में बंद मरीज कैदियों की स्थिति का जायजा लेना था.
बेगूसराय मंडल कारा और सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, बेतिया, मधुबनी, बेतिया मंडल कारा, मधुबनी मंडल कारा, झंझारपुर, भागलपुर में भी छापेमारी की कार्रवाई हुई. इस दौरान जिस जेल से आपत्तिजनक सामान मिले वहां संबधित थाना में मामला दर्ज कराया गया है.
हाल के दिनों में राज्य में बढ़ी अपराध की घटनाओं को लेकर इस छापेमारी को अहम माना जा रहा है. बिहार में अपराधियों और अपराध की कई वारदातों का जेल कनेक्शन हमेशा से सामने आते रहा है.