बिहार विधान परिषद में आज मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने बिहार कर्मचारी चयन आयोग के जरिये एएनएम की नियुक्ति में हुई बड़े पैमाने पर अनियमितता के मामले में दो मंत्रियों को बर्खास्त किये जाने के साथ ही पूरे मामले की जांच कराने की मांग को लेकर भारी शोरगुल और नारेबाजी की जिसके कारण भोजनावकाश के लिए तय समय से पूर्व ही कार्यवाही को स्थगित करनी पड़ी ।
सभापति अवधेश नारायण सिंह के आसन ग्रहण करते ही भाजपा के विनोद नारायण झा ने कहा कि बीएसएससी द्वारा पिछले दिनों एएनएम की बहाली में हुयी भारी अनियमितता को लेकर उन्होंने कार्यस्थगन की सूचना दी है। आयोग के पूर्व सचिव परमेश्वर राम के मोबाइल फोन से बिहार के दो मंत्री, विधायक और एक पूर्व केन्द्रीय मंत्री का नाम उजागर हुआ है । श्री झा के इतना कहते ही भाजपा के सदस्य अपनी-अपनी सीटों के समक्ष खड़े होकर जोर-जोर से बोलने लगे । भाजपा सदस्यों ने कहा कि जिन दो मंत्रियों का नाम उजागर हुआ है उसे सरकार को बर्खास्त करना चाहिए । शोरगुल के बीच ही सभापति ने परिषद की कार्यसंचालन नियमावली के तहत श्री झा की ओर से दी गयी कार्यस्थगन सूचना को अस्वीकृत कर दिया । इसके बाद भाजपा सदस्य अपनी-अपनी सीटों पर बैठ गये ।