गौ आतंकियों की दहशत और बूचड़खानों पर सख्त पहरे का कुपरिणाम अब आवारा गायों की बढ़ती फौज के रूप में सामने आने लगा है. एक रिपोर्ट के अनुसार यूपी में आवारा गायों से फसलों को भारी नुकसान होने से तंग किसानों ने 250 गायों को स्कूल परिसर में बंद कर दिया जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हो गयी है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में बताया गया है कि शाहजहांपुर में किसानों ने 250 आवारा गायों को हांकते हुए एक स्कूल के परिसर में कैद कर दिया. किसानों की शिकायत है कि जिले में हजारों आवारा गाय सड़कों, खेतों और गांव तक फैल चुकी हैं जिसके कारण उनकी फसलों को भारी नुकसान पहुंच रहा है. इस संबंध में किसानों ने प्रशासन से कदम उठाने को कहा पर कुछ नहीं हुआ. तंग किसानों ने गायों कों हांक कर स्कूल परिसर में बंद कर दिया है. टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार स्कूल परिसर में गायों को बंद करने की यह पांचवी घटना है.
गौरतलब है कि मात्र चार महीने पहले योगी सरकार ने जब सत्ता संभाली तो उसने सबसे पहले बूचड़खानों को बंद कराने का फरमान जारी किया. केंद्र सरकार ने उधर गायों की खरीद फरोख्त पर सख्त कानून पेश किया. दूसरी तरफ देश भर में गौ आतंकियों ने गो रक्षा के नाम पर दर्जनों स्थान पर गाय व्यापारियों पर हमला शुरू कर दिया. इसमें अब तक 50 लोगों की जान जा चुकी है. माना जा रहा है कि गायों की लगातार बढ़ती संख्या का यही कारण है.
उधर गोपालकों के सामने बड़ी समस्या यह है कि वे दूध नहीं देने वाली गायों को पालने के खर्च को नहीं उठाना चाहते और वे उन्हें आवारा छोड़ देते हैं. नतीजतन गाय सड़कों के किनारे कूड़े पर या तो प्लास्टिक खाने को अभिष्पत हैं या किसानों की खड़ी फसलों से अपना पेट भरने में लगी हैं.
माना जा रहा है कि इस वर्ष बकरीद में भी गायों की कुर्बानी काफी सीमित संख्या में ही होगी. जिसके कारण हरियाणा, उत्तरप्रदेश व बिहार जैसे राज्यों में 50 लाख से ज्यादा गायों का बोझ बढ़ने वाला है. ऐसे में यह तय है कि ये गाय आवारा छोड़ दिये जायेंगे और नतीजा यह होगा कि ये लाखों गाय सड़कों पर या किसानों की खेतों पर मुसीबत बन जायेंगी.