दिल्ली नगर निगम के आज हो रहे चुनावों की एक लड़ाई ईवीएम में लड़ी जा रही है तो दूसरी तरफ ट्विटर पर भी कांग्रेस और भाजपा के बीच युद्ध अपने रोचक मुकाम पर पहुंच चुका है.
भाजपा समर्थक जहां हैशटैग #भाजपाकीलहर के तहत अपनी बात रख रहे हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस समर्थक #DelhiWantsCongress से पोस्ट कर रहे हैं. सुबह से ही कांग्रेसियों ने ट्वविटर पर दबदबा बना लिया था और उन्होंने 13 हजार ट्विट कर डाले हैं. जबकि इसे देखते हुए भाजपा के लोगों ने ट्विट करना शुरू कर दिया और शाम पांच बजे तक उन्होंने 2610 ट्वीट कर दिये.
समिस्था बनर्जी ने लिखा है कांग्रेस के पास काम का अनुभव है- बातें कम काम ज्यादा. अजय माकन ने लिखा है कि संवेदनशील गवर्नेंस के लिए दिल्ली कांग्रेस को वोट करेगी. शीला दीक्षित ने लिखा है कि वोट डालने से पहले कांग्रेस के द्वारा किये गये कार्यों के बारे में जरूर सोचें.
हर्ष ठाकुर ने दो ट्विट किया है और लिखा है -पाकिस्तान की मिट्टी में एक बात तो है,वह आतंकवादी तो पैदा करती है,लेकिन गद्दार पैदा नहीं करती . दूसरे ट्विट में लिखा है. अपने देश के विरुद्ध वहाँ कोई आधी रात को कोर्ट भी नहीं खुलवाते,और तो और वहाँ जेएनयू भी नहीं है। आप समझ तो गए ही होंगे.
वहीं राहुल गांधी ने ट्विट किया है choose or loose, go out and vote.
दूसरी तरफ भाजपा के समर्थकों ने भी तेजी से ट्विट करना शुरू कर दिया है. #भाजपाकीलहर भी ट्रेंड तो कर रहा है पर इनके ट्विट्स की संख्या अभी काफी कम है.
सेक्युलर इंडिया ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए लिखा है कि अशांति पैदा करो, फेक वोट लो और अनैतिक प्रोपगंडा करके हिंदु राष्ट्र की बात करो. ललित अग्निहोत्री ने लिखा है-साला आज evm की जगह बैलेट पेपर मांग रहा है कल कही पोस्ट ऑफिस की जगह कबूतर न मागने लगे.
तन्मय सूत्रधार ने लिखा है कि पूरा भारत नरेंद्र मोदी के विकास के एजेंडे के साथ है. सुमित पराशर ने लिखा अभी दिल्ली वाले मित्र से हाल चाल पूछने फोन किया पूछा कि और बता क्या चल रहा है बोला यहां तो #भाजपा_की_लहर चल रही है और वहाँ.. जय भाजपा.
वहीं आम आदमी पार्टी के समर्थक ज्यादातर शिकायतें करते नजर आ रहे हैं. अमित मिश्रा ने लिखा कर्मपुरा वार्ड नं० 99N से लोगों की शिकायत आ रही है कि उनके अंगुलियों पर निशान लगा दिया गया है और कहां जा रहा है कि आपका वोट सुबह हो गया. वहीं अरविंद केजरीवाल का वह ट्विट भी बार बार रिट्विट हो रहा है जिसमें एक अखबार के कतरन का शीर्षक है – केंद्र सरकार ने मीडिया को दिया 11 अरब रुपये. यूंही चैनल पर छाये नहीं रहते मोदी.