दिल्ली पुलिस के साथ अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी(आप) सरकार के चल रहे टकराव के बीच विधानसभा के कल होने वाले एक दिन के विशेष सत्र में महिला सुरक्षा मामले पर गर्मागर्म बहस होने की उम्मीद है। दिल्ली सरकार ने 16 जुलाई को आनंद पर्वत इलाके में एक 19 वर्षीय लड़की को सरेआम चाकूओं से गोदकर मार दिये जाने के बाद महिला सुरक्षा पर चर्चा के लिए यह विशेष सत्र बुलाया है। सत्र में महिलाओं के साथ यौन मामलों में दिल्ली पुलिस के कथितरूप से जांच के ढुलमुल रवैयों को देखते हुये एक जांच आयोग के गठन के प्रस्ताव पर विचार किये जाने की उम्मीद है।
साढ़े पांच माह पहले सत्तारूढ़ हुयी आप सरकार का यह दूसरा विशेष सत्र है। इससे पहले अधिकारों को लेकर उपराज्यपाल नजीब जंग और मुख्यमंत्री के बीच टकराव के बाद केंद्रीय गृहमंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना पर चर्चा पर 26-27 मई को विशेष सत्र आहूत किया गया था। आनंद पर्वत मामले के बाद दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार के संबंध काफी तल्ख हुये हैं। श्री केजरीवाल ने इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त भीम सैन बस्सी को राजधानी की कानून व्यवस्था पर विचार-विमर्श के लिये बुलाया था।
इस घटना के बाद 21 जुलाई को आनंद पर्वत थाने पर प्रदर्शन कर रहे आप कार्यकर्ताओं की पिटाई के बाद दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार खुलकर आमने-सामने आ गये थे। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने कहा था कि राजधानी “ पुलिस राज्य ” बन गई है। दिल्ली सरकार का यह आरोप भी है कि दिल्ली पुलिस आनंद पर्वत मामले में मृतक मीनाक्षी की जांच हल्के तरीके से कर रही है। सरकार का यह भी कहना है कि इस मामले में यदि पहले की गई शिकायतों पर कार्रवाई की गई होती तो मीनाक्षी को जान नहीं गंवानी पड़ती।