कांग्रेस ने दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा की है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के दिल्ली मामलों के प्रभारी पी.सी. चाको ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दिल्ली में लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच कोई गठबंधन नहीं होगा। कांग्रेस सभी सातों सीटों पर अपने बलबूते चुनाव मैदान में उतरेगी।
श्री चाको को कहा कि आम आदमी पार्टी के अड़ियल रुख के कारण गठबंधन नहीं हो सका है। दिल्ली में 12 मई को लोकसभा की सभी सात सीटों के लिए मतदान होगा। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में ये सातों सीटे भारतीय जनता पार्टी के खाते में गयी थीं।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस आज भी आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के लिये तैयार है। फार्मूले के तहत आम आदमी पार्टी को चार और कांग्रेस को तीन सीटों पर लड़ना होगा।” उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 21 प्रतिशत और आम आदमी पार्टी को 26 प्रतिशत मत मिले थे। यही गठबंधन का आधार बनाया गया है। आम आदमी पार्टी का नेतृत्व पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने किया।
गौरतलब है कि दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर तालमेल के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन करने के प्रयास किये जा रहे थे जिसमें कोई सफलता नहीं मिल सकी।