दीपक संधु ने केंद्रीय सूचना आयोग की पहली महिला मुख्य सूचना आयुक्त का पद संभाल लिया है.उन्हें राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने शपथ दिलायी. इससे पहले संधु केंद्रीय सूचना आयोग (सीआसी) में सूचना आयुक्त थीं.
दीपक संधु भारतीय सूचना सेवा(आईआईएस) की 1971 बैच की अधिकारी हैं. वह अनेक महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवायें दे चुकी हैं. संधु प्रेस इंफारमेशन ब्यूरो की महानिदेशक( मीडिया ऐंड कम्युनिकेशन) और दूरदर्शन न्यूज की महानिदेशक रह चुकी हैं. 2009 में पहली बार सूचना आयुक्त का पद संभालने से पहले वह ऑल इंडिया रेडियो की महानिदेशक भी रह चुकी हैं.
संधु इस पद पर बहुत ही थेड़े समय यानी तीन महीने अपनी सेवा दे सकेंगी. उनके लिये सबसे बड़ा चैलेंज 30 हजार से अधिक लंबित पड़े मामलों का निपटारा करना होगा.
पद की शपथ लेने के बाद संधु ने कहा कि 200 में आरटीआई ऐक्ट लागू होने के बाद हमने इस दिशा में काफी काम किया है लेकिन इस अधिनियम को प्रभावी बनाने के लिए हमें अभी और भी बहुत कुछ करने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि जल्द ही आयोग के अन्य सदस्यों की नियुक्ति होगी और इसके बाद हमारी कोशिश होगी कि हम आयोग के समक्ष लंबित मामलों के निपटारे में तेजी लायें.
संधु से पहले सत्येंद्र मिश्रा मुख्य सूचना आयुक्त थे.
उन्होंने इस पद पर पांच सालों तक सेवायें दी. मिश्रा ने ही राजनीतिक दलों को आरटीआई एक्ट के दायरे में लाने का फैसला सुनाया था. लेकिन राजनीतिक दलों की तरफ से इसका भारी विरोध किया गया और अंत में संसद से इसके लिए विशेष कानून पास कराकर राजनीतिक दलों को सूचना अधिकार अधिनियम के दायरे से बाहर रखा गया.