भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिना तैयारी के नोटबंदी लागू कर जहां पूरे देश की जनता को तबाही की ओर धकेल दिया, वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका समर्थन कर राज्य के लोगों के साथ अन्याय किया ।
श्री भट्टाचार्या ने पार्टी की ओर से पटना में आयोजित अधिकार रैली को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आठ नवम्बर को बिना कोई तैयारी के अचानक नोटबंदी की घोषणा कर दी, जिससे न केवल देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी बल्कि आम लोगों का जीवन भी दूभर हो गया।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी से सबसे ज्यादा परेशानी गरीब तबके के लोगों और मजदूर तथा किसानों को हुयी । माले महासचिव ने कहा कि श्री मोदी गरीब लोगों के हितों की बजाए कुछ चुनिंदा औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से काम कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की नीतियों से सबसे ज्यादा लाभ अडाणी और अंबानी जैसे बड़े उद्योगपतियों को हो रहा है ।
श्री भट्टाचार्या ने कहा कि देश के 75 प्रतिशत से ज्यादा लोग ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं जहां बैंकिंग की पर्याप्त सुविधा नहीं है । उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद बैंक से रकम निकालने की सीमा तय होने के बाद किसानों को फसलों की बुआई के लिए ग्रामीण और सहकारी बैंकों से पैसा निकालने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। श्री भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नोटबंदी का समर्थन कर गरीब , मजदूर और किसानों को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि लाखों लोग रोजगार समाप्त होने के बाद बिहार वापस आ गये लेकिन उनकी रोजी-रोटी के लिए मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कोई इंतजाम नहीं किया ।