राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि शिक्षा से बढ़कर दुनिया में कोई चीज ताकतवर नहीं है और इसके जरिये सब कुछ हासिल किया जा सकता है। श्री मलिक ने राजभवन परिसर में आयोजित ‘बिहार राज्य बाल दिवस समारोह’ को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा से बढ़कर कोई चीज दुनिया में ताकतवर नहीं है और जो बच्चे बेहतर ढंग से शिक्षा हासिल कर लेते हैं, फिर आसमान ही उनकी सीमा होती है।
उन्होंने कहा कि जब वह मात्र डेढ़ वर्ष के थे तभी उन से पिता की छत्र-छाया छीन गयी, उसके बाद से जीवन में सिर्फ शिक्षा ही मुझे आगे बढ़ाते रहने में मददगार साबित हुई। बच्चों से खूब पढ़ने और हमेशा आगे बढ़ते रहने की अपील की। राज्यपाल ने बच्चों में ‘चाचा नेहरू’ के रूप में विख्यात देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित जवाहर लाल नेहरू के संबंध में छात्रों को एक संस्मरण सुनाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास में जामुन के वृक्षों के फलों की नीलामी एक बार बागवानी विभाग ने कर दी थी। पं. नेहरू को जब इसकी जानकारी मिली तो वे काफी नाराज हुए और जामुन के फलों को प्रधानमंत्री-निवास के कर्मचारियों के बच्चों के बीच बंटवाने का आदेश दे दिया।
उन्होंने कहा कि पं. नेहरू बच्चों के प्रति अपनी ऐसी ही संवेदनशीलता के कारण काफी लोकप्रिय हुए और यही कारण है कि उनकी जयंती को ‘बाल दिवस’ के रूप में मनायी जाती है। ‘बाल दिवस-समारोह’ में ‘किलकारी’ के अलावा पटना के कई सरकारी और निजी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रतियोगिता में राज्यपाल ने ‘किलकारी’ के बच्चों को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया।