देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री बाबू जी जगजीवन राम का वर्षों पुराना सपना आज साकार हो गया। दुर्गावती जलाशय परियोजना से सिंचाई कार्यों के लिए पानी आपूर्ति शुरू हो गयी। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने किया। इस मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि करीब 38 साल पहले देश के तत्कालीन सिंचाई मंत्री बाबू जगजीवन राम ने दुर्गावती जलाशय परियोजना की नींव रखी थी। उनका सपना आज साकार हो गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब रोहतास और कैमूर जिले की एक इंच भूमि भी पटवन के अभाव में शेष नहीं रहेगी। इस परियोजना के माध्यम से सभी को पानी दिया जायेगा। हालांकि इस समारोह के दौरान कुछ किसानों ने पर्याप्त पानी नहीं दिये जाने को लेकर जमकर हंगामा किया और मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाये।
पर्यटन क्षेत्रों का होगा विकास
श्री मांझी ने कहा कि उनकी सरकार राज्य को कृषि के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए सतत प्रयत्नशील है और दुर्गावती जलाशय परियोजना के माध्यम से उनतक सिंचाई सुविधा को पहुंचाना इसी कड़ी का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि विभिन्न अड़चनों के कारण परियोजना के निर्माण में लगातार बाधायें उत्पन्न हुईं, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण अंतत: परियोजना को पूरा कर लिया गया। उन्होंने कहा कि संपूर्ण रोहतास और इसके आसपास पर्यटन के क्षेत्र में असीम संभावनायें मौजूद है। एक साल के अंदर इस क्षेत्र को पर्यटन के क्षेत्र के विकसित किया जायेगा तथा रोहतासगढ़ , गुप्ता धाम, बांध आदि क्षेत्रों को विस्तृत रूप से विकसित किया जायेगा। पर्यटकों की संख्या बढ़ने से स्थानीय लोगों को पर्याप्त लाभ मिलेगा।
विकास की गति होगी तेज
इस मौके पर ही जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की पीड़ा को अच्छी तरह समझती है और किसानों के आर्थिक विकास पर विशेष जोर दे रही है। बिहार का विकास कृषि से ही संभव है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में बिहार ने कृषि, वाणिज्य एवं वन विकास के क्षेत्र में तीव्र गति से तरक्की की है। यह परियोजना विकास की गति को और तेज करेगा।