वीजा मामलों में अमेरिका में विवादों से घिरी देवयानी खोब्रागड़ को भले ही समाजवादी पार्टी ने चुनाव लड़ने को आमंत्रित किया पर वह आईएफएस की नौकरी नहीं छोड़ेंगी. जबकि उनके पिता और पूर्व आईएएस उत्तम खोब्रागड़े जरूर लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
खोब्रागड़े ने हाल ही में एक समारोह में कहा भी कि वह 2014 का चुनाव लड़ेंगे. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि वह किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे.
यहां ध्यान देने की बात है कि जब अमेरिका में, हाल तक राजनयिक के पद पर रहने वाली देवयानी खोब्रगड़े मामले में कथित तौर पर भारत द्वारा बेरुखी अपनाये जाने पर बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने कहा था कि देवयानी ममाले में भारत इसलिए बेरुखी अपना रही है क्योंकि वह कमजोर वर्ग से हैं.
मायावती के इस बयान को दलितों के प्रति सहानुभूति दिखाने वाला माना गया था.देवयानी दलित समाज से आती हैं.
मालूम हो कि देवयानी को अमेरिका में पिछले दिनों गिर्फतार कर लिया गया था. उन पर वीजा धोखाधड़ी और घर की नौकरानी को उचित वेतन न देने का आरोप था.
इसके बाद दुनिया भर में इस मामले पर हंगामा हुआ.और समाजवादी पार्टी ने देवयानी को नौकरी छोड़ कर राजनीति में आने का आमंत्रण दिया था. लेकिन ऐसा लगता है कि देवयानी के बजाये उनके पिता उत्तम खोब्रागड़ चुनाव में कूद सकते हैं. उत्तम 1984 बैच के आईएएस हैं.