अमेरिका में पूर्व राजनयिक देवयानी खोब्रगड़े के पिता और पूर्व आईएएस उत्तम खोब्रागड़े ने एक साक्षात्कार में आरोप लगाया है कि देवयानी के बहाने अमेरिका दर असल भारत को सबक सिखाना चाहता था
अमेरिका ने सिर्फ एक शख्स को अपने देश से नहीं निकाला है बल्कि एक पूरे परिवार को अपनी मिट्टी से उखाड़ दिया है। देवयानी तो इस खेल का सिर्फ मोहरा है। अमेरिका भारत को सबक सिखाना चाहता है।
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भारत-अमेरिका के बीच राजनयिक विवाद का केंद्र रही देवयानी के पिता उत्तम खोबरागड़े ने दैनिक भास्कर/डीएनए से खास बातचीत में यह आरोप लगाए।
क्या था मामला
11 दिसंबर 2013 को अमेरिका में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े पर अमेरिकी अधिकारियों ने वीजा धोखाधड़ी, घरेलू नौकरानी संगीता रिचर्ड को कम वेतन देने और इस संबंध में गलत जानकारी देने के आरोप लगाए थे। अगले दिन जब देवयानी अपने बच्चों को स्कूल छोडऩे गई थीं, तभी उन्हें गिरफ्तार कर कपड़े उतरवाकर तलाशी ली गई, जबकि ऐसा व्यवहार सिर्फ कुख्यात अपराधियों के साथ ही किया जाता है।
उन्होंने भारतवंशी अमेरिकी अटॉर्नी प्रीत भरारा पर भारतीय न्यायपालिका की अवहेलना के आरोप लगाए। उत्तम बोले, कैसे किसी स्थाई मिशन पर नियुक्त भारतीय नागरिक को अमेरिका से निकाला जा सकता है।
देवयानी इस मौके पर मौजूद थीं, लेकिन उन्होंने विवाद पर चुप्पी साधे रखी। माना जा रहा है कि विदेश सचिव सुजाता सिंह ने उन्हें इस मामले में कोई भी बयान देने से मना किया है।
उत्तम ने कहा, अमेरिकी प्रशासन ज्यूडिशियल एक्सटॉरसन में लिप्त है। वो जानते हैं कि यह वीसा धोखाधड़ी का केस नहीं है। क्योंकि देवयानी ने कभी वीसा फॉर्म पर दस्तखत नहीं किए। मामला संगीता रिचड्र्स से जुड़ा है, जिसने वीसा आवेदन किया, साथ ही इसकी जानकारियों को सत्यापित करवाया। अमेरिकी अधिकारियों ने ऑफर भी रखा कि अगर हम भुगतान कर देते हैं तो सारे आरोप वापस ले लिए जाएंगे, लेकिन हमने इनकार कर दिया।
अदर्स वॉयस कॉलम के तहत हम अन्य मीडिया की रिपोर्ट साभार छापते हैं. साभार दैनिक भास्कर