कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज कहा कि कुछ ताकतें धर्मनिरपेक्षता को निशाना बनाकर देश की एकता अखंडता को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं और देशवासियों को इसके खिलाफ एकजुट होना होगा।
श्रीमती गांधी ने नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय एकता सम्मेलन में भेजे संदेश में कहा कि देश आज नाजुक दौर से गुजर रहा है तथा इसकी एकता अखंडता को तोडने और नफरत फैलाने का प्रयास किया जा रहा है । धर्मनिरपेक्षता पर हमला किया जा रहा है जो गंभीर चिन्ता विषय है । उन्होंने लोगों से मजहब और नस्ल को भूलकर एकजुट होने का आह्वान किया । उन्होंने सम्मेलन की सफलता की कामना भी की ।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने श्रीमती गांधी के उर्दू में भेजे संदेश को पढा। श्री आजाद ने कहा कि श्रीमती गांधी ने इस पत्र में उर्दू में हस्ताक्षर किये हैं। सम्मेलन में बताया गया कि श्रीमती गांधी अस्वस्थ होने के कारण यहां नहीं आ सकीं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी भी पार्टी की एक जरूरी बैठक के कारण सम्मेलन में नहीं आ सके। उनके स्थान पर माकपा के सांसद मोहम्मद सलीम ने सम्मेलन को सम्बोधित किया।