दैनिक भास्कर के दफ्तरों पर आयकर छापा, देशभर में विरोध
ब्रेकिंग- दैनिक भास्कर और भारत समाचार के दफ्तरों पर आयकर का छापा पड़ा है। कांग्रेस सहित कई राजनीतिक दलों और पत्रकारों ने किया विरोध।
अभी-अभी मिल रही खबरों के अनुसार दैनिक भास्कर और भारत समाचार के दफ्तरों पर आयकर के छापे पड़े हैं।
दैनिक भास्कर पिछले दो महीने से सच को प्रकाशित करने की हिम्मत दिखा रहा था। उसने कोरोना से हुई मौतों की सरकारी सख्या का पर्दाफाश किया था। पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि से सरकार कितना टैक्स कमा रही है, इस पर भी उसने बेबाकी से रिपोर्ट की। कल उसने एक खबर प्रकाशित की जिसमें कहा गया था कि मोदी –शाह के रहते, पहले भी गुजरात में फोन से जासूसी की गई है। बाद में इस खबर को उसने सोशल मीडिया से हटा लिया था। पेगासस जासूसी मामले में भी भास्कर ने खुलकर रिपोर्टिंग की।
उधर बारत समाचार भी भाजपा सरकार के खिलाफ लगातार मुखर था। इसी ने हाथरस स्टोरी ब्रेक की थी। कोरोना में गंगा किनारे दफन शवों पर भी उसने जबरदस्त रिपोर्टिंग की थी।
युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास ने ट्वीटि किया-दैनिक भास्कर के बाद उप्र के बेखौफ न्ज चैनल भारत समाचार पर भी moshah के आयकर का छापा। इतना ही डरते हो तो कुर्सी पर बैठे क्यों हो? द वायर के मो जुबैर, अभिसार शर्मा सहित उन सारे पत्रकारों ने आयकर छापे की निंदा की है, जिनके फोन में घुसकर जासूसी की कोशिश की गई।
कई पत्रकारों ने कहा कि यह दैनिक बास्कर पर ही नहीं, हिंदी पर भी हमला है। अब कोई हिंदी अखबार सच लिखने की कोशिश नहीं करेगा।
लोग इसे आपातकाल से भी विभत्स करार दे रहे हैं।
गौर तलब है कि कुछ साल पहले एनडीटीवी को 24 घंटे तक बंद करने का फरमान भी केंद्र सरकार जारी की थी। लेकिन अदालत के हस्तक्षेप के बाद उसे फैसला वापस लेना पड़ा था।