प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाले राज्य के मद्य निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तान को बर्खास्त करने की मांग को लेकर आज बिहार विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के हंगामे के कारण कोई कामकाज नहीं हो सका ।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही प्रतिपक्ष के नेता डा. प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य सरकार के मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने 22 फरवरी को पूर्णियां के अमौर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को डकैत और नक्सली कहा तथा लोगों को उनकी तस्वीर पर जूते और चप्पल से मारने के लिए उकसाया । उन्होंने कहा कि मंत्री का आचरण असंवैधानिक और अमर्यादित है । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तत्काल उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए।
भाजपा सदस्यों ने अपनी मांग को लेकर जमकर हंगामा किया और सदन के बीच में रखे रिपोर्टर्स टेबुल को पलट दिया । इसके बाद सभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सभा की कार्यवाही चार मिनट बाद ही 12 बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी।
सभा की कार्यवाही जब दोबारा 12 बजे शुरू हुई तब एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष डा0 कुमार ने श्री मस्तान को मंत्रिमंडल से तुरंत बर्खास्त करने और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की । उत्तेजित डा0 कुमार ने श्री मस्तान को बंगलादेशी तक कह डाला । इसपर सत्तापक्ष के सदस्य भी उत्तेजित हो गये और इसका कड़ा प्रतिवाद किया । इसके कारण सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तानातनी की स्थिति उत्पन्न हो गयी । उधर विधान परिषद की कार्यवाही के कारण कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी।