बिहार के मुख्यमंत्री केंद्र सरकार से टकराव के बजाय सहोयग की नीति अपना रहे हैं. विशेष पैकेज के मुद्दे पर वह प्रधान मंत्री से काफी उम्मीद पाले हुए हैं. इसके लिए जीतन राम मांझी जल्द ही पीएम से मिलेंगे.
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में कहा कि विशेष राज्य का दर्जा हासिल करने के लिए भी अभियान चला, पर यह नहीं मिला. अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से नए अध्याय की शुरूआत होगी. मुख्यमंत्री के इस नरम तेवर के स्पष्ट संकेत हैं. वह केंद्र सरकार से टकराव के बदले सहयोगात्मक रवैये को तरजीह देना चाहते हैं.
उनके पास तर्क भी है कि खुद नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेता चुनाव सभावों में यह कई बार कह चुके हैं केंद्र की सत्ता में आने के बाद कि बिहार को उसका वाजिब हक दिया जायेगा.
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने उम्मीद जाहिर की कि इस मामले में राजनीति आड़े नहीं आएगी. उन्होंने मोदी सरकार से अपनी अपेक्षाएं खुलेआम की और कहा कि बंटवारे के समय से ही बिहार को सिर्फ आश्वासन मिल रहा है.
विशेष राज्य के दर्जे के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. पर नहीं मिला. अब नरेन्द्र मोदी सरकार से विशेष पैकेज मिलने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति होती है, बहुत कुछ कहा सुना जाता है, मगर यह आड़े नहीं आएगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से मिलने के लिए समय मांगा है. 12 जून के बाद मैं उनसे मिलूंगा.