गरीब जनता दल सेक्यूलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष साधु यादव ने पूछा है कि बिहार में दो चरण के चुनाव होने के बाद भी दोनों गठबंधनों की हवा क्यों निकली हुई है?
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पहले तो एनडीए और महागठबंधन वाले खूब हवाबाज़ी कर रहे थे, अब क्यों किसी को जनता के मिजाज का अंदाजा नहीं हो पा रहा है?
साधु ने जारी वक्तव्य में कहा सच ये है कि न तो 10 साल में नीतीश कुमार ने बिहार के गरीबों के लिए, विकास के लिए कुछ काम किया और न सवा साल में नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार ने ही कोई काम किया। इसीलिए दोनों गठबंधनों को पता ही नहीं चल पा रहा है कि बिहार की जनता आखिर क्या फैसला सुना रही है।
गोपालगंज के बरौली से चुनाव लड़ रहे गजद( गरीब जनता दल) सेक्यूलर प्रमुख ने कहा कि दोनों गठबंधन अभी तक बिहार की जनता को धोखा देते आ रहे हैं। ये सब पाला बदलने में माहिर हैं।
पहले नीतीश कुमार भाजपा के साथ थे, 8 साल सत्ता में साथ रह कर अचानक अलग हो गए और अब लालू यादव के भरोसे फिर से मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में रामविलास पासवान लालू यादव के साथ थे, जब देखा कि नरेंद्र मोदी की लहर चल रही है तो वह कूदकर एनडीए में चले गए। इन जैसे नेताओं का आखिर क्या भरोसा है?
नीतीश कुमार तो कुर्सी के लिए कभी भी किसी तरफ जा सकते हैं, हो सकता है कि ये फिर एनडीए में ही शामिल हो जाएं। इसी तरह पासवान, हो सकता है कि महागठबंधन में आ जाएं। बिहार की जनता इसीलिए इस बार तौल-तौल कर वोट दे रही है।
जब नतीजे आएंगे तो सबको पता चल जाएगा कि जनता ने इनका सारा खेल ख़राब कर दिया है। इस बार सिर्फ वही जीतेगा, जिसे बिहार के गरीबों की समस्याओं की चिंता हो, जो गरीबों के लिए काम करने वाला हो।