राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आज कहा कि लड़ाई बिहार में मुख्यमंत्री बनने के लिये नहीं, बल्कि भाजपा को सत्ता से हटाने के लिये है, इसलिये सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को मन साफ रखकर हर मुद्दे पर बातचीत करनी चाहिए और कुर्बानी के लिये भी तैयार रहना चाहिए।
श्री यादव ने पटना में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह हो या श्री नीतीश कुमार सबकी लड़ाई भाजपा को सत्ता से हटाने की है न कि मुख्यमंत्री बनने की। इसलिये ही जनता परिवार के लोग एकजुट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता परिवार का विलय हो या गठबंधन इसका फैसला अब बिना ज्यादा समय गंवाये जल्द से जल्द होना चाहिए । राजद अध्यक्ष ने कहा कि विलय को लेकर जो बातचीत चल रही है उसे मीडिया को बताने की जरूरत नहीं है । हम सभी चाहते है कि ऐसा कोई निणर्य हो जिससे न तो उन्हें नुकसान हो और न श्री नीतीश कुमार को और न ही धर्मनिरपेक्ष शक्तियों को । राजद अध्यक्ष ने कहा कि जहां तक सीटों के बंटवारे का सवाल है यह निश्चित रूप से कठिन काम है । इस विषय पर कांग्रेस और अन्य सहयोगी दलों से भी अभी बातचीत नहीं हुयी है, लेकिन जब सभी दलों के नेता बैठकर उस विषय पर बातचीत करेंगे तो निश्चित रूप से दो मिनट में इसका समाधान भी हो जायेगा ।
राजद अध्यक्ष ने कहा कि लालू का कोई सलाहकार नहीं है और न ही कोई उसे डिक्टेट हीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि यदि उनके मन में नीतीश कुमार को लेकर कोई बेइमानी होती तो वह अभी यह कर सकते थे। उन्हें राज्यसभा के उप चुनाव और मांझी सरकार के समय भी मौका मिला था, लेकिन उन्होंने बेइमानी नहीं की और नीतीश कुमार का साथ दिया ।
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