मुख्यमंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने केन्द्र की नरेन्द्र सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़े करते हुए आज कहा कि विदेश नीति में मोदी सरकार की विफलता से पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में भारत विरोधी आवाजें उठ रही है।
श्री कुमार ने किशनगंज जिले के ठाकुरगंज के गांधी मैदान में महागठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा में कहा कि नेपाल शुरू से भारत की मित्र राष्ट्र रहा है, लेकिन केन्द्र में जब से मोदी सरकार ने सत्ता संभाली है, तब नेपाल में भारत के खिलाफ आवाज उठ रही है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विदेश नीति की विफलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आरक्षण के संबंध में राष्ट्रीय सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के बयान की जब देश भर में आलोचना और प्रतिक्रिया हुयी तो भारतीय जनता पार्टी ने आरक्षण को भी धर्म के नाम पर बांटने की कोशिश की ।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने महागठबंधन पर धर्म के नाम पर बांटने का झूठा आरोप लगाया है, जो पूरी तरह बेबुनियाद है। श्री कुमार ने कहा कि उनके शासनकाल में इंसाफ के साथ तरक्की और न्याय के साथ विकास कर अमन, चैन और शांति के वातावरण में बिहार आगे बढ़ रहा है । उन्होंने कहा कि यही कारण रहा है कि बिहार के विकास मॉडल का अध्ययन करने विदेशों से लोग आ रहे है। देश ही नहीं विदेशों में भी बिहार के विकास की चर्चा हो रही है।