जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि धान, पान और मखान वाले राज्य बिहार में किसान बदहाल है, युवा बेरोजगार हैं और उद्योग बंद हो रहे हैं। आज पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में जन अधिकार पार्टी (लो) के तत्वावधान में आयोजित ‘युवा क्रांति संवाद’ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी युवाओं को रोजगार, शिक्षा की बेहतरी और किसानों की आर्थिक हालत में सुधार के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। सांसद ने दावा कि राज्य में उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो राज्य का सर्वांगीण विकास होगा। उन्होंने ‘रोजगार नहीं तो सरकार नहीं’ आंदोलन की शुरुआत भी की।
नौकरशाही डेस्क
सांसद श्री यादव ने कहा कि बालूबंदी के कारण लाखों मजदूर बेरोजगार हो गये हैं, निर्माण कार्य ठप पड़ गया है और इसका दुष्प्रभाव अन्य धंधों पर भी पड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बालू माफिया को सभी पार्टी के नेताओं ने संरक्षण दिया है और उसका लाभ उठाया है। सांसद ने कहा कि भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश के लिए जमीन का डिटिजलाइजेशन, धन का विकेंद्रीकरण, जमीन की सीलिंग और सहकारिता को बढ़ावा दिया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि नेता, अधिकारी और माफियायों की संपत्ति का स्रोत बताना आवश्यक किया जाना चाहिए, अन्यथा उनकी संपत्ति जब्त करने का प्रावधान किया जाना चाहिए।
आरक्षण की चर्चा करते हुए सांसद ने कहा कि जनसंख्या और गरीबी के आधार पर आरक्षण का निर्धारण होना चाहिए। सभी जाति के अमीरों का आरक्षण बंद किया जाना चाहिए। आरक्षण के नाम पर राजनीति बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर बिहार में नदियों में आने वाली बाढ़ भ्रष्टाचार की उपज है। राहत व पुनर्वास के नाम पर आने वाली सरकारी राशि ठेकेदार, नेता और अधिकारी मिलकर लूट लेते हैं।
सांसद पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वे बाढ़ से पांच बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए, लेकिन टाल और दियारा की समस्या का समाधान नहीं कर सके। बाढ़-मोकामा में रेलवे की कई फैक्ट्रियां बंद हो गयीं। उन्होंने कहा कि धर्म और जाति के नाम पर अनेक आंदोलन होते हैं, लेकिन बेरोजगारी, गरीबी और भूखमरी के खिलाफ कोई आंदोलन नहीं होता है।
कार्यक्रम के दौरान सांसद ने पार्टी के आंदोलनात्मक कार्यक्रमों की घोषणा भी की। 28 नवंबर को प्रखंड स्तर पर ‘रोजगार नहीं तो सरकार नहीं’ के नारे के साथ प्रदर्शन किया जाएगा। 24 फरवरी को राज्यभर में नाकेबंदी की जाएगी। इसके अलावा प्रखंड और अनुमंडल स्तरीय कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता नागेंद्र सिंह त्यागी ने की, जबकि संचालन चक्रपाणि हिमांशु ने किया।