राजधानी पटना पुलिस ने नकली डीटीओ बनकर गाड़ियों से पैसा वसूलने वाले एक फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति फर्जी जिला परिवहन पदाधिकारी बनकर लाखों रुपये की वसूली करता था। इतना ही नहीं उसने गलत तरीके से प्रदूषण जांच केंद्र भी खोल रखा था और फर्जी सर्टिफिकेट लोगों को जारी करता था। पुलिस ने आज गुप्त सूचना के आधार पर पटना से सटे नेउरा और गौरीचक में छापा मारकर फर्जी डीटीओ के साथ 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। पटना के सीनियर एसएसपी मनु महाराज ने यह कार्रवाई की है। गिरफ्तार लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है।
जानकारी के मुताबिक इस गैंग में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। हाइवे की गाड़ियों के अलावा यह कई तरह की गाड़ियों की जांच कर पैसा वसूलते थे। सभी लोग अपने आप को सरकारी कर्मचारी और परिवहन विभाग का कर्मचारी बताते थे। इन्होंने एक फर्जी प्रदूषण जांच केंद्र भी खोल रखा था। बाइक वालों को पकड़ने के बाद उनसे पैसे लेकर फर्जी सर्टिफिकेट भी जारी करते थे। पुलिस के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है और बहुत जल्द इस पूरे फर्जीवाड़े का विस्तृत खुलासा किया जायेगा।