रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने दावा किया है कि नोटबंदी के बाद हुयी नगदी की समस्या से जल्दी ही पार पा लिया जायेगा। संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के बुलाये जाने पर आज श्री पटेल उपस्थित हुये कांग्रेस सांसद के वी थामस के अध्यक्षता वाली समिति ने श्री पटेल को नोटबंदी से नगदी की तंगी को लेकर उनके विचार जानने के लिये बुलाया था। श्री पटेल वित्त मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति की सामने भी उपस्थित हुए थे।
वित्त मंत्रालय की समिति को श्री पटेल ने बताया था कि आठ नवंबर को नोटबंदी के फैसले के बाद बैंकिंग तंत्र में 9.2 लाख करोड़ रूपये की अधिक की नगदी मुहैया करायी गयी है। वित्त समिति को श्री पटेल कई सवालों का जवाब नहीं दे पाये थे। श्री पटेल यह बताने में असमर्थ रहे थे कि नोटबंदी के बाद बैंकों के पास 500 और 1000 रूपये के की कितनी धनराशि आयी है। सूत्रों के अनुसार श्री पटेल ने समिति को बताया कि विशेषकर ग्रामीण अंचलों में नोटबंदी के बाद नगदी की किल्लत से निपटने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में स्थिति को सुधारने के लिये काफी तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं। गौरतलब है कि नोटबंदी को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा था । विपक्ष का आरोप था कि रबी की बुवाई के समय लिया गया फैसला किसानों के लिये बहुत तकलीफ देय साबित हो रहा है। नोटबंदी के कारण किसानों के पास खाद और बीज खरीदने के लिये नगदी की समस्या है।