मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश के विभिन्न नदियों के जलस्तर में वृद्धि के मद्देनजर बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए आज पटना में एक उच्चस्तरीय बैठक की। इसमें इस बैठक में राज्य के जल संसाधान मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डी0एस0 गंगवार, आपदा प्रबंधन सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव चंचल कुमार, जल संसाधन विभाग के सचिव दीपक कुमार सिंह उपस्थित थे।
बाढ़ की स्थिति की सीएम ने की समीक्षा
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी तटबंधों पर कड़ी चौकसी रखने एवं तटबंध में कहीं भी कटाव की स्थिति उत्पन्न होने पर तत्काल बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराने का निर्देश दिया। उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव को संभावित बाढ़ की स्थिति में मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार तैयारी रखते हुये प्रभावितों के बीच राहत कार्य कराने का भी निर्देश दिया।
बैठक के बाद जल संसाधन विभाग के सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि राज्य में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है। पश्चिमी एवं पूर्वी चंपारण जिलें में स्थानीय छोटे नदियों यथा सिलावे, ओरिया, धुतहाँ, गाद, सिकटा, सतनौका इत्यादि नदियों का जलस्राव अधिक हो जाने के कारण कुछ स्थानों पर घोड़ासहन एवं त्रिवेणी शाखा नहर क्षतिग्रस्त हुई है तथा सिकटा, खसौल, रामगढ़वा एवं सुगौली प्रखण्ड की कुछ आबादी प्रभावित हुई है। श्री सिंह ने कहा कि मुजफ्फरपुर जिले के बागमती नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण गायघाट एवं कटरा के कुछ क्षेत्र प्रभावित हुये हैं। राज्य के सभी तटबंध सुरक्षित हैं एवं जल संसाधन विभाग के अभियंताओं द्वारा सतत निगरानी रखी जा रही है।