बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नंद किशोर यादव ने आज कहा कि दुनिया के सबसे विकसित और ताकतवर देश के राष्ट्रपति ने अपने भारत दौरे में दोनों देशों के बीच दोस्ती का नया अध्याय लिखा, लेकिन दुर्भाग्य है कि नीति विहीन नेता देश की विदेश नीति पर सवाल उठा रहे हैं। श्री यादव ने यहां कहा कि बराबरी के स्तर पर दोनों देशों के बीच अहम समझौते हुए लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि कुछ राजनेता इसपर उंगली उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दुनिया भर में बढ़ती लोकप्रियता और विकास के कदमों को देखकर ईर्ष्या और जलन से घुट रहे ऐसे लोग भारतीय विदेश नीति पर सवाल उठा रहे हैं जिनके पास खुद की न तो कोई सकारात्मक नीति है और न ही कोई सिद्धांत।
भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केन्द्र सरकार बिहार समेत पूरे देश के विकास के लिए लगातार काम कर रही है। बिहार में पहले आईआईएम की स्थापना के लिए केन्द्र ने न सिर् मदद की राशि मंजूर की है बल्कि इसकी जल्द से जल्द स्थापना के लिए केन्द्रीय टीम को भी बोधगया भेज दिया है। श्री यादव ने कहा मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के एक फोन कॉल पर राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय के दर्जे पर करार हो चुका है। राज्य सरकार की ओर से जमीन मुहैया कराने में देर न हुई तो औद्योगिक ईकाइयों की स्थापना का प्रस्ताव भी जल्दी ही अमल में लाया जा सकता है।
भाजपा नेता ने कहा कि सत्तापक्ष और इसके साथी यह बताएं कि वे किस आधार पर केन्द्र पर इंदिरा आवास योजना में कटौती का आरोप लगा रहे हैं। एक ओर बिहार सरकार कहती है कि एटीएम की तरह जन वितरण प्रणाली की दुकानें काम करेंगी दूसरी ओर राशन के लिए लोग मारे-मारे फिर रहे हैं। अनाज का उठाव हो चुका है लेकिन वितरण नहीं हो पा रहा है।