नोटबंदी से उत्पन्न नकदी की समस्या के समाधान की डेडलाइन नजदीक आने के बावजूद नोटों की किल्लत बरकरार रहने को लेकर विपक्ष की आलोचना झेल रही नरेंद्र मोदी सरकार का बचाव करते हुये बिहार भाजपा ने आज कहा कि केंद्र ने देश की अर्थव्यवस्था के पूरी तरह से कैशलेस होने का कभी दावा नहीं किया।
भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने यहां नोटबंदी लागू होने के 42वें दिन संवाददाताओं से कहा कि केंद्र सरकार ने कभी नहीं कहा कि नोटबंदी से देश पूरी तरह से कैशलेस अर्थव्यवस्था में परिवर्तित हो जाएगा बल्कि केंद्र ने यह जरूर कहा है कि इससे नकद के कम से कम इस्तेमाल और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने का फैसला लेने के बाद देश में उत्पन्न नकदी की समस्या से निजात दिलाने के लिए डिजिटल लेनदेन प्रक्रिया अपनाने की अपील करते हुये लगातार यह कहते रहे हैं कि नोटबंदी का उद्देश्य देश में कैशलेस अर्थव्यवस्था स्थापित करना है। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने भी कहा था कि प्रधानमंत्री का उद्देश्य नोटबंदी के जरिये देश को कैशलेस अर्थव्यवस्था बनाना है।
भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राज्य में नकदरहित लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि देश के अधिकांश राज्यों की तरह नीतीश सरकार ने डिजिटल और कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए न तो कोई नीति बनाई है और न ही कोई विशेष प्रयास किया है। यदि सरकार डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने का प्रयास करती तो राज्य में टैक्स चोरी रुकने के साथ ही राजस्व संग्रह में बढ़ोतरी होती।