नया साल का पहला दिन झारखंड के मुख्यमंत्री के लिए सुकून के बजाये तनाव ले कर आया. राज्य के खरसावां की एक श्रद्धांजलि सभा में लोगों ने उनके काफिले पर जूते चप्पल बरसाये और उन्हें काले झंडे दिखाये.
दैनिक भास्कर के अनुसार झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा) समेत आदिवासी संगठनों के भारी विरोध के बीच रविवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने खरसावां के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। लोगों ने सीएम को काले झंडे दिखाए और मुख्यमंत्री वापस जाओ के नारे लगाए। साथ ही जूते-चप्पल भी फेंके। हालांकि इस दौरान सीएम लोगों का अभिवादन करते हुए आगे बढ़ते चले गए। आदिवासी संगठन के लोग सीएनटी-एसपीटी एक्ट के संशोधन के खिलाफ में सीएम से नाराज थे।
गौरतलब है कि राज्य के आदिवासी संगठन पिछले कई महीनों से जमीन अधिग्रहण के कानून के खिलाफ आंदोलन चला रहे हैं. उनकी मांग है कि सीएनटी एसपीटी ऐक्ट का संशोधन करके राज्य सरकार ने आदिवासियों की जमीन हड़पने में लगी है. पिछले दिनों इन संगठनों ने रांची में विशाल रैली निकाली थी और रघुवर सरकार का विरोध किया था.
रविवार को जब रघुवर दास एक श्रद्धांजलि सभा के लिए पहुंचे तो उन्हें भारी विरोध का सामना करना पडा.
-समाधि स्थल पर पहले से श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे लोगों ने मुख्यमंत्री को लगभग 10 मिनट तक रोके रखा। अन्ततः प्रशासन ने प्रवेश द्वार को बल लगाकर खोला एवं मुख्यमंत्री को प्रवेश कराया।