कोबरा पोस्ट के उस खुलासे से भाजपा नेताओं में खलबली मच गयी है जिसमें कहा गया है कि कई नेता फेसबुक पर पैसे से फालोअर खरीदते हैं.ये
कोबरा पोस्ट ने एक फेक नेता को प्रोमोट करने के लिए आईटी कम्पनियों से सम्पर्क साधा. आईटी कम्पनियों को कोबरा ने बताया कि ऐसा करने में पैसे की कमी बाधा नहीं बनेगी. फिर आईटी कम्पनियो ने इस आफर पर बात की और कहा कि उनके नेता को प्रोमोट करने में उसे हर संभव सहायता दी जायेगी. कम्पनियों ने अपने तरीके का खुलासा करते हुए कहा कि उनके फेसबुक पेज पर लाखों फेक फालोअर्स जुड़ेंगे जो उनके लिए साकारात्मक टिप्पणियां करेंगे.
इतना ही नहीं उनके पेज पर नाकारात्मक टिप्पणियों को अपलोड नहीं होने दिया जायेगा. कोबरा पोस्ट के अनिरुद्ध बहल ने कहा कि कोबरा पोस्ट के एसोसियेट एडिटर मंसूर हसन को नेताजी के रूप में पेश किया गया. आईटी कम्पनियों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि एक खास पैकेज के तहत नेता जी के विरोधियों के बारे में दुष्प्रचार भी किया जायेगा.
कोबरा पोस्ट ने इस इस स्टिंग ऑप्रेशन को ब्लू वॉयरस नाम दिया है. इस खुलासे के सामने आने के बाद कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के नेता नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया है कि सोशल मीडिया पर उनकी लोकप्रियता इस रहस्य से पर्दा उठा देता है कि मोदी के फालोअर्स फेक हैं.
कोबरा पोस्ट के खुलासे ने सियासी गलियारों में हंगामा खड़ा कर दिया है. कांग्रेस के मुताबिक इस स्टिंग ऑपरेशन ने साफ कर दिया है कि सोशल मीडिया में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता खरीदी गई है. उधर भाजपा ने कोबरा पोस्ट से कांग्रेस की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस ऐसे खुलासों के जरिये मोदी पर निशाना साध रही है.
पार्टी नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि इस खुलासे से ये साबित हो गया है कि कोई मोदी की लहर नहीं है सिर्फ सोशल मीडिया पर इनके लोग ये लहर फैला रहे हैं.
कांग्रेस ने इन ऐसी आईटी कंपनियों पर और उनकी सेवायें लेने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की है.