सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा को बजाहिर कुछ राहत तो मिल गयी है लेकिन विजिटर्स डायरी प्रकरण एक नये मोड़ पर आ गया है.
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में एक विजिटर्स डायरी सौंप रखी है जिसमें उनके दावे के अनुसार रंजीत सिन्हा ने कोयला आवंटन घोटाले और 2जी घोटाले के आरोपियों से कई-कई बार मुलाकात की. इस डायरी में मुलाकातियों की पूरी लिस्ट है.
चक्रव्यूह में घिरते जा रहे हैं सीबीआई के निदेशक
इस मामले के अदालत में आने के बाद सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा ने उस डायरी को ही फर्जी करार दिया लेकिन प्रशांत भूषण ने कहा कि वह उनकी प्रतिष्ठा का मामला है. वह डायरी फर्जी नहीं है. इस मामले में अदालत ने प्रशांत भूषण से कहा है कि वह इस डायरी की प्राप्ति का स्रोत बतायें.
इसके जवाब में प्रशांत भूषण ने कहा है कि ये डायरी असली है। ये उनकी प्रतिष्ठा की सवाल है। इसके जवाब में कोर्ट ने प्रशांत भूषण से बंद लिफाफे में व्हिसलब्लोओर का नाम मांगा है, जिसने उन्हें सीबीआई निदेशक के घर की विजिटर्स डायरी लाकर दी थी.
दूसरी तरफ भूषण ने इस मामले में कहा है कि वह अपने स्रोत से बातचीत करने के बाद ही उसका नाम जाहिर करेंगे. हालांकि रंजीत सिन्हा का कहना है कि जो डायरी प्रशांत भूषण ने अदालत को सौंपी है उसमें 90 प्रतिशत मुलाकातियों के नाम फर्जी हैं.
इस डायरी के अनुसार, रंजीत सिन्हा ने रिलायंस जैसी दिग्गज कम्पनियां जिनके ऊपर 2जी घोटाला का आरोप है, के आला अफसरान से अपने घर पर मुलाकात की जिसके बाद उन्हें सीबीआई ने राहत देदी.
मालूम हो कि सीबीआई 2जी घोटाला और कोलगेट घोटाला की जांच कर रही है.